सी एम कॉलेज के इग्नू अध्ययन केन्द्र द्वारा “इग्नू- नामांकन एवं परीक्षा-प्रबंधन” विषयक कार्यक्रम आयोजित
छात्र मोबाइल की जगह अध्ययन से व्यक्तित्व को करें विकसित, क्योंकि व्यक्तित्व ही उनकी वास्तविक पहचान- प्रधानाचार्य
प्रश्नोत्तर देना एक महत्वपूर्ण कला, इग्नू में क्वांटिटी की जगह क्वालिटी पर मिलते हैं अच्छे अंक- डा शंभू शरण
सी एम कॉलेज, दरभंगा में पूर्णतः शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त होगी इग्नू की परीक्षा- डा चौरसिया
इग्नू में नामांकन तथा पुनर्नामांकन की तिथि 31 जुलाई तक, जबकि परीक्षा 22 जुलाई से 5 सितंबर के बीच निर्धारित
सी एम कॉलेज, दरभंगा के इग्नू अध्ययन केन्द्र के तत्वावधान में “इग्नू- नामांकन एवं परीक्षा- प्रबंधन” विषयक ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में डा शंभू शरण सिंह- मुख्य अतिथि, डा आर एन चौरसिया- विषय प्रवेशक, डा कीर्ति चौरसिया- विशिष्ट वक्ता, शंभू मंडल- स्वागत कर्ता तथा डा शिशिर कुमार झा ने धन्यवाद कर्ता के रूप में अपने महत्वपूर्ण विचार रखें। वहीं डा विकास सिंह, डा सुनीता कुमारी, डा सविता, डा आनंद कुमार प्रियदर्शी, डा शशिभूषण भट्ट, डा संजय कुमार पाल, डा नीरज कुमार, उमाशंकर, डा यादवेन्द्र सिंह, अखिलेश कुमार राठौर, बिंदेश्वर यादव, डा मसरूर सोगरा, विपिन कुमार सिंह, अमरजीत कुमार, चंद्रशेखर चौरसिया, ऋषिका, अमित, अनीता, अर्चना, आशीष, भानु प्रताप, युसूफ, मुकेश, निशीथ, किशन, राहुल, रौनक, ज्योति, आदित्य, दीपक, श्याम, राजश्री, सुमन, सेराजुद्दीन, सुधांशु शेखर, निधि, निखिलानंद, उत्कर्ष, सत्यम, मृत्युंजय, प्रगति, सुमन, सुप्रिया, मिहिर, वसीम, कार्तिक, अमन, रूपेश, ज्योति, सोनू, कृष्णा, अंकुश, वरुण व पिंकू कुमार देव सहित 75 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।
अपने संबोधन में इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र के निदेशक डॉ शंभू शरण सिंह ने कहा कि इग्नू में 258 कार्यक्रम संचालित हैं, जिनमें 54 पीजी, 26 यूजी, 25 डिप्लोमा कोर्स तथा 77 सर्टिफिकेट आदि कोर्स शामिल हैं, जबकि 45 प्रोग्राम पूर्णतः ऑनलाइन हैं, जिनकी परीक्षाएं भी ऑनलाइन होती हैं।
निदेशक ने कहा कि प्रश्नोत्तर देना एक महत्वपूर्ण कला है। इग्नू में क्वांटिटी की जगह क्वालिटी उत्तर पर अधिक अंक मिलते हैं। परीक्षार्थी बिना घबराए अपने पर विश्वास रखते हुए अपनी पूरी क्षमता का पूर्ण सदुयोग करते हुए समय- प्रबंधन पर पूरा ध्यान केन्द्रित करें। परीक्षक पर सकारात्मक प्रभाव डालने हेतु सही एवं विशिष्ट उत्तर वाले प्रश्नों को पहले लिखे। उनके उत्तर न तो अति विस्तृत हो और न ही अति संक्षिप्त।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल ने कहा कि इग्नू के छात्र भी बराबर कॉलेज आते हुए शिक्षकों से संपर्क में रहें। इग्नू डिग्री की उपयोगिता एवं विशेष महत्ता है। उन्होंने छात्रों को मोबाइल की जगह अध्ययन में अधिक समय देकर अपने व्यक्तित्व को विकसित करने की बात बताते हुए कहा कि व्यक्तित्व ही उनकी वास्तविक पहचान है। परीक्षा में उनके उत्तर स्तरीय हो।
विषय प्रवर्तक के रूप में इग्नू- समन्वयक डा आर एन चौरसिया ने इग्नू- परीक्षा संबंधी तैयारी की जानकारी देते हुए कहा कि सी एम कॉलेज, दरभंगा में इग्नू परीक्षा पूर्णतः शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त होगी। परीक्षा के दौरान कोविड-19 नियमों तथा इग्नू- परीक्षा संबंधी गाइड लाइन का पूर्णतः पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इग्नू की परीक्षा 22 जुलाई से 5 सितंबर के बीच हो रही है, जिसमें परीक्षार्थी हॉल टिकट के अतिरिक्त अपने फोटो युक्त पहचान पत्र के साथ शामिल होंगे।
विशिष्ट वक्ता के रूप में सहायक समन्वयक डा कीर्ति चौरसिया ने कहा की इग्नू नामांकन में अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए अनेक कोर्स निःशुल्क हैं। छात्र इग्नू के साइट खोलकर ऑनलाइन नामांकन ले सकते हैं। परीक्षार्थी अपने उत्तर अपनी भाषा में ही दे तथा उत्तर पुस्तिका, प्रश्न पत्र तथा वीक्षकों द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पूर्णतः पालन करेंगे, क्योंकि ऐसा उनके ही हित में होगा। इग्नू में नामांकन तथा पुनर नामांकन की तिथि 31 जुलाई तक निर्धारित है।