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सदर अस्पताल में मोतियाबिंद के 22 मरीजों का हुआ ऑपरेशन

सदर अस्पताल में मोतियाबिंद के 22 मरीजों का हुआ ऑपरेशन

•प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार को किया जा रहा है मोतियाबिंद का ऑपरेशन
•जनवरी 2022 से अभी तक 370 मरीजों के मोतियाबिंद का हुआ सफल ऑपरेशन
•सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध

समस्तीपुर,   सदर अस्पताल सिर्फ अच्छे रखरखाव के लिए ही नहीं इलाज के मामले में भी अब बेहतर हो रहा है। यहां मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा अस्पताल प्रबंधन की ओर से मुहैया कराने की कोशिश जारी है। मंगलवार को अस्पताल में मोतियाबिंद के 22 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ पवन कुमार ने बताया कि यहां सदर अस्प्ताल में आंख के मरीजों के इलाज के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है। एक से बढ़कर एक मशीन के माध्यम से मरीजों की आँखों का इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मंगलवार को मोतियाबिंद का मुफ्त ऑपरेशन यहां किया जाता है। मरीजों को दवा के साथ अन्य जरूरी सामान भी दिया जाता है। बताया कि मंगलवार को 22 मरीजों के मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया गया। मरीजों की हर सुविधा का ख्याल रखा जाता है। भारत में 90 लाख से लेकर 1 करोड़ 20 लाख लोग नेत्रहीन हैं और हर साल मोतियाबिंद के 20 लाख नए मामले सामने आते हैं। हमारे देश में 62.6% नेत्र हीनता का कारण मोतियाबिंद है। डॉ पवन कुमार बताते हैं कि अगर आपको दूर या पास कम दिखाई दे, गाड़ी ड्राइव करने में समस्या हो या आप दूसरे व्यक्ति के चेहरे के भावों को ना पढ़ पाएं तो आप समझें की आपकी आंखों में मोतियाबिंद विकसित हो रहा है।

मोतियाबिंद का ऑपरेशन बहुत ही आसान:

साइटसेवर के जिला समन्वयक अरविंद कुमार बताते हैं मोतियाबिंद का ऑपरेशन बहुत ही आसान है। बताया कि जिले में 2016 में 38 मरीज, 2017 में 315 मरीज, 2018 में 273 मरीज, 2019 में 343 मरीज, 2020 में 212,मरीज 2021 में 387 मरीजों का सफलतापूर्वक मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा चुका है। अभी अत्याधुनिक तकनीकों ने मोतियाबिंद के ऑपरेशन को आसान और प्रभावी बना दिया है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार 2003 से भारत में नेत्र हीनता में 25% की कमी आई है और लोग जागरूक भी हो रहे।

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