सीएम साइंस कॉलेज में ‘कैरियर गाइडेंस, रिज्यूम बिल्डिंग एंड इंटरप्रेन्योरशिप’ विषय पर कार्यशाला आयोजित
सीएम साइंस कॉलेज के आईक्यूएसी एवं कैरियर काउंसलिंग सेल के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को ‘कैरियर गाइडेंस, रिज्यूम बिल्डिंग एंड एंटरप्रेन्योरशिप’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। रसायन शास्त्र विभाग के सभागार में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि तेजी से बदलते आज के प्रतिस्पर्धी दौर में छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए रोजगारोन्मुखी शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज केवल किताबी ज्ञान के भरोसे कामयाबी हासिल करना आसान नहीं है। इसके लिए हुनरमंद होने के साथ-साथ स्वयं की काबिलियत के आकर्षक प्रदर्शन में भी दक्ष होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में बच्चों को नए-नए तरीकों से अवगत कराना किसी भी उच्च शैक्षणिक संस्थान की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। ऐसे कार्यशाला का निरंतर आयोजन समय की मांग है।
कार्यशाला के संयोजक डॉ बीडी त्रिपाठी ने छात्रों को रिज्यूम राइटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए स्वयं की काबिलियत के सभी बिंदुओं पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। अपने संबोधन में उन्होंने छात्रों को विभिन्न जॉब सर्चिंग पोर्टल्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं पोर्टल पर अपने प्रोफाइल को प्रभावशाली बनाने के गुर सिखाए।
विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित सीएम कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ ललित शर्मा ने उद्यमिता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 21वीं सदी में कुशल युवाओं के लिए प्रचुर संभावनाएं विद्यमान हैं। उन्होंने स्टार्टअप और यूनिकॉर्न के निर्माण के बारे में जानकारी देते कहा कि भारत में विगत कुछ वर्षों में जो नए यूनिकॉर्न बने हैं, उसने युवाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया है। उन्होंने उद्यमी की सफलता के लिए महत्वपूर्ण पहलुओं का जिक्र करते हुए उद्यमिता के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं और उनके संभावित समाधान के बारे में भी चर्चा की।
कार्यशाला में महाविद्यालय के भौतिकी विभाग के वरीय शिक्षक डा उमेश कुमार दास ने समय प्रबंधन एवं पर्सनेलिटी डेवलपमेंट के कारगर उपाय सुझाए। आईक्यूएसी समन्वयक डा अभय सिंह ने कैरियर की सफलता में अनुशासन को महत्वपूर्ण बताया। जबकि डा अजय कुमार ठाकुर ने ब्रांडिंग के वर्तमान दौर में सेल्फ ब्रांडिंग के महत्व को रेखांकित किया। आईक्यूएसी सहायक प्रवीण कुमार झा ने व्यक्तित्व विकास के जरूरी पहलुओं की विस्तार से चर्चा करते हुए कैरियर की सफलता में स्वयं की रूचि एवं कार्य के प्रति समय सापेक्ष समर्पण को महत्वपूर्ण बताया। धन्यवाद ज्ञापन रसायनशास्त्र विभाग की शिक्षिका डा निधि झा ने किया । कार्यशाला में डा नेहा शिवहरे, डा पांशु प्रतीक, डा रश्मि रेखा, चेतकर झा, रमेश कुमार कामती आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।