सखी बहिनपा की कोलकाता इकाई ने मनाया स्थापना दिवस समारोह
सखी बहिनपा समूह की कोलकाता इकाई ने वृहस्पतिवार को दक्षिणेश्वर के आद्यापीठ आश्रम में कोलकाता और उसके आसपास रहने वाली मैथिल महिलाओं ने बहुत धूमधाम से अपनी संस्था का स्थापना दिवस समारोह मनाया। इस समारोह में सखी बहिनपा समूह की कोलकाता ईकाई से जुड़ी सखियों ने अनाथ व गरीब बेटियों को आवश्यक सामग्री उपहार स्वरूप भेंटकर मनाया। बता दें कि इस समूह की संस्थापिका आरती झा हैं, जिन्होंने 40,000 से भी अधिक देश और विदेश में रहने वाली मैथिल महिलाओं को सखी बहिनपा समूह से जोड़ कर उन्हें एकजुट किया है। इस समूह की पूरे भारतवर्ष में अनेक शाखाएं हैं। जिसका उद्देश्य मैथिलानी, मैथिली भाषा और मिथिला की गौरवशाली संस्कृति व साहित्य को संरक्षित एवं संवर्धित करना है।
इस समारोह में आश्रम की बेटियों के लिए अंतर्वस्त्र, खाने की सामग्रियां और स्टेशनरी आदि उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। कुछ सखियों ने निजी रूप से भी दैनिक उपयोग की सामग्रियां जरूरतमंद बच्चों के बीच बांटे।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित करने उपरांत फूलदान कर किया गया। इसके बाद विद्यापति रचित गोसाउनि गीत ” जय जय भैरवी असुर भयावनि” गायी गई। यह गीत समूह की विशिष्ट प्रार्थना के रूप में अंगीकार किया गया है। कुछ सखियों ने गीत संगीत की प्रस्तुति के साथ उत्कृष्ट मनोरंजन किया। मौके पर कविता पाठ भी किया गया। सभी सखियों ने एक-दूसरे को तिलक लगाकर बधाई दी और मेंहदी, सिंदूर व बिंदी आदि उपहार स्वरूप आपस में बांटे। मौके पर आश्रम की बेटियों ने आद्या स्तोत्र का भावपूर्ण गायन किया। समूह की सक्रिय सदस्य मिक्की झा ने बताया कि इस समूह का सूत्र वाक्य “हम एक छी” है, जो काफी लोकप्रिय है। इसे सभी सखियों ने इस समारोह में एकबार फिर मिलकर साकार किया।