तपती धूप एवं तेज बारिश के बीच आक्रोश यात्रा मंच के तत्वावधान में राजीव प्रकाश मधुकर के अध्यक्षता में एवं धरम कुमार एवं मुकेश महासेठ, आदित्य नारायण “मन्ना”के संयूक्त नेतृत्व में आक्रोश मार्च का आयोजन किया गया। बांग्लादेश में जिहादी ताकतों द्वारा हिन्दुओं पर हो रहे नृशंस और अमानवीय अत्याचार के विरोध में दरभंगा के सकल हिन्दू समाज द्वारा इस आक्रोश मार्च का आह्वान किया गया था। इस आक्रोश मार्च की शुरुआत मनोकामना मंदिर परिसर से हुई और दरभंगा टावर, मिर्जापुर, नाका 6,नाका 5, रामपुर ,दारू भट्ठी चौक,लोहिया चौक, लहेरियासराय टावर होते हुए यह आक्रोश मार्च पोलो मैदान में विराम को प्राप्त हुआ।
मनोकामना मंदिर परिसर में उपस्थित हजारों सनातनियों को संबोधित करते हुए आक्रोश यात्रा मंच के अध्यक्ष सह विहिप के सह जिला मंत्री राजीव प्रकाश मधुकर ने कहा कि “आज नहीं जागे तो बारी सबकी आनी है,आज बंग्लादेश तो कल भारत की बारी है ” एवं इस आक्रोश मार्च के द्वारा हम दरभंगा के हिन्दुओं ने बांग्लादेश में प्रताड़ना के शिकार हिन्दू भाईयों तक अपनी संवेदना और समर्थन व्यक्त किया है और यह आक्रोश मार्च विश्व में अनेक देशों में रहने वाले सनातनियों के प्रति विश्व बंधुत्व का संदेश है।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए आदित्य नारायन “मन्ना “जी ने कहा कि आपसी जातीय विभेद को भुलाकर हमें हिन्दू होकर रहना और लड़ना सीखना होगा। यही एकता भाव हमें भविष्य की चुनौतियों से सुरक्षित रख सकेगा।
वहीं हिन्दू युवकों को संबोधित करते हुए AHP के जिला अध्यक्ष राघव झा जी ने कहा कि हम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आभारी हैं जिन्होने बांग्लादेश के कार्यवाहक सलाहकार को कहा कि यह भारत की अपेक्षा है कि हिन्दू सहित अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हेतु आवश्यक कदम उठाए।
वहीं आक्रोश यात्रा मंच के उपाध्यक्ष धरम कुमार ने कहा कि बिहार के बांग्लादेश सीमा पर चौकसी रहनी चाहिए जिससे कि कोई भारत विरोधी ताकत इस भगदड़ का दुरुपयोग न करे।
आज के इस कार्यक्रम में राजीव प्रकाश मधुकर, धरम कुमार, आदित्य नारायण “मन्ना”, मुन्ना ठाकुर, मुकेश महासेठ,पंकज वारी, मोहन चौधरी,राघव झा, अविनाश कुमार,सौरव सुमन, शेखर सहनी,जीतू कुमार रॉय, चंदन भट्ट,श्रवण महतो,विजय स्वर्णकार,मनीष राज सिंह,राजा राउत,प्रभाष झा,सुमित गुप्ता, संजीत कुमार विक्की पासवान,मिथिलेश साहनी,राहुल कुमार,राजीव ठाकुर, विजय गुप्ता,श्रवण वारी, विकाश रजक,विशाल कुमार, आदित्य मोनू भगवाधारी, आशुतोष काश्यप,सत्यम मिश्रा, विकाश झा,अमित कुमार, रामबाबू मंडल,विजय सहनी, अनिल शरमा,विजय यादव, प्रियांशु झा,संदीप भगत,बाला जी,पवन सहनी,सुरेंद्र साहनी, मुकेश साहनी,विकाश महासेठ सहित हजारों सनातनी बंधु सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।