डॉ. एस आर रंगनाथन की 132 वीं जयंती मनाई गई।
पंचायतो व स्कूल कॉलेजों में बिना लाइब्रेरी के छात्र -छात्राओं व समाज का विकास संभव नहीं : प्रिंस राज
दरभंगा लाइब्रेरी साइंस के संस्थापक डॉ. शियाली रामामृत रंगनाथन ( एस आर रंगनाथन ) का 132 वाँ जन्म दिवस आज ऑल बिहार लाइब्रेरी संगठन के द्वारा ललित नारायण मिथिला वि वि के केंद्रीय पुस्तकालय परिसर में मनाया गया। जहा उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके जीवनी पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का संचालन संगठन के जिला सचिव राम सुंदर चौरसिया ने किया।
इस अवसर पर लाइब्रेरी संगठन के नेता सह आइसा राज्य कार्यकारणी सदस्य प्रिंस राज ने कहा की आज डॉ. रंगनाथन की जयंती है। डॉ. रंगनाथन मद्रास विश्व विद्यालय में प्रथम पुस्तकालय अध्यक्ष बने थे और तभी से ही पुस्तकालय के स्तर पर कार्य करतें हुए उन्होंने लाइब्रेरी साइंस को इतना आगे बढ़ाया। लेकिन आज सरकार उनके द्वार किए गए कार्य को खत्म कर रही है।
श्री राज ने कहा की आज जरूरत हैं की समाज को शिक्षित करने एक लिए निचले स्तर पर सरकार को गांव गांव व स्कूल कॉलेज में लाइब्रेरी को खोलना चाहिए और लाइब्रेरी अध्यक्ष की बहाली होनी चाहिए। ताकि समाज लाइब्रेरी के माध्यम से आगे बढ़ सकें। लेकिन बहुत ही दुर्भाग्य की बात है की 2008 के बाद आज तक कोई लाइब्रेरी साइंस का बहाली ही नही आया।
आज स्थिति यह बना हुआ है कि जहा लाइब्रेरी खुला भी हुआ हैं वहा पुस्तकालय अध्यक्ष के बिना बर्बाद हो रहा है।
श्री राज ने कहा की लंबे समय से बिहार की सरकार हम लाइब्रेरियन को ठगने का काम।कर रही है। अब इसे बर्दास्त नही किया जायेगा। आने वाले समय में हम लाइब्रेरी साइंस के छात्र सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे।
वही संगठन के सचिव राम सुंदर चौरसिया ने कहा की आज इनके जयंती पर हम सभी छात्र संकल्प लेते है की जब तक लाइब्रेरियन की बहाली नही होती है तब तक आंदोलन को और तेज करेंगे।
इस अवसर पर रोहित श्रीवास्तव, सोनाली कुमारी, अस्कंध कुमार, दिलीप कुमार राम सुंदर चौरसिया, रवीश कुमार, गंधर्व झा,संजय कुमार, आशीष कुमार, विजय कुमार, रूपक कुमार सहित कई लोग शामिल थे।