• मिथिला विभूति पर्व के 52वें समारोह को यादगार बनाने की तैयारी  • 13 से 15 नवम्बर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन एमएलएसएम काॅलेज परिसर में किया जायेगा • शिरकत करेंगी अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां

• मिथिला विभूति पर्व के 52वें समारोह को यादगार बनाने की तैयारी

 

• 13 से 15 नवम्बर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन एमएलएसएम काॅलेज परिसर में किया जायेगा

 

• शिरकत करेंगी अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां

 

लगातार तीन दिनों तक बहेगी साहित्य, संगीत व कला की त्रिवेणी

मिथिला के महान विभूतियों को यथोचित सम्मान प्रदान करते हुए आने वाली पीढ़ी को उनके कृतित्व से रूबरू कराने के उद्देश्य से प्रति वर्ष साहित्यिक एवं सांस्कृतिक महाकुंभ के रूप में मिथिला विभूति पर्व समारोह का आयोजन मिथिला-मैथिली के उत्कर्ष का जीवंत प्रतीक है। यह बात विद्यापति सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रो शशिनाथ झा ने शुक्रवार को कही। संस्थान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि 52वें समारोह के दौरान मिथिला की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करने के साथ ही मिथिला की गौरवशाली धरोहर से नई पीढ़ी को रूबरू कराने पर विशेष जोर रहेगा। इस उद्देश्य से इस वर्ष मिथिला चित्रकला एवं व्यंजन प्रदर्शनी के साथ ही साहित्य अकादमी, दिल्ली व मैथिली अकादमी, पटना, पोथी घर एवं अन्य प्रकाशन संस्थान के सौजन्य से आकर्षक पुस्तक मेला का आयोजन तीनों दिन किया जाएगा।

महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने बताया कि इस बार तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन पूर्व की भांति एमएलएसएम काॅलेज परिसर में किया जायेगा। जबकि इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्घाटन करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर, अनेक केन्द्रीय मंत्रियों सहित नेपाल के पूर्व राष्ट्रपति डॉ रामवरण यादव, पूर्व उप राष्ट्रपति परमानन्द झा, सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए बिहार सरकार के काबीना मंत्री विजय कुमार चौधरी, डॉ अशोक कुमार चौधरी, मदन सहनी, हरि सहनी, नीतीश मिश्रा, पूर्व मंत्री जीवेश मिश्र, डॉ. राम प्रीत पासवान, ललित कुमार यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर एवं अश्विनी चौबे, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, लोकसभा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, डॉ. अशोक कुमार यादव, राज्य सभा सांसद संजय कुमार झा, डा धर्मशीला गुप्ता, विवेक ठाकुर व‌ फैयाज अहमद, नगर विधायक संजय सरावगी, बेनीपुर विधायक डॉ विनय कुमार चौधरी, केवटी विधायक डॉ मुरारी मोहन झा, बिस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल, पूर्व विधान पार्षद डॉ. दिलीप कुमार चौधरी, अलीनगर के विधायक डॉ मिश्री लाल यादव आदि ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है।

सलाहकार समिति के अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन में नई पीढ़ी के कलाकारों एवं कवियों को अधिक अवसर प्रदान किए जाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस बार समारोह के पहले एवं दूसरे दिन विद्यापति गीत-संगीत पर विशेष फोकस रहेगा। जबकि तीसरे दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाएगा। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में राइजिंग स्टार मैथिली ठाकुर आकर्षण के केंद्र में रहेंगी। जबकि रंजना झा, डा ममता ठाकुर, पूनम मिश्रा, सोनी चौधरी, जूली झा, सुषमा झा, अनुपमा झा, खुशबू मिश्रा, पं कुंज बिहारी मिश्र, राम बाबू झा, माधव राय, विकास झा, कृष्ण कुमार कन्हैया, दुखी राम रसिया, दीपक कुमार झा, नीरज कुमार झा, केदारनाथ कुमर, मशहूर शंखवादक विपिन मिश्र, नटराज डांस एकेडमी, सृष्टि फाउंडेशन एवं धरोहर सांस्कृतिक मंच आदि की प्रस्तुति लोगों का भरपूर मनोरंजन करेगा।

उन्होंने बताया कि कवि कोकिल विद्यापति के निर्वाण दिवस पर विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान आगामी 13, 14 एवं 15 नवम्बर को होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व के 52वें वार्षिक समारोह की विधिवत शुरुआत 13 नवम्बर को प्रातः बेला में होगी। उस दिन विद्यापति चौक स्थित महाकवि विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होगा। इसके उपरांत मिथिला के पारंपरिक परिधान में शोभायात्रा निकाली जाएगी तथा मार्ग में पड़ने वाले सभी विभूतियों की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। शोभा-यात्रा प्रभारी विनोद कुमार झा एवं विजयकांत इसकी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हैं।

स्वागत महासचिव प्रो जीवकांत मिश्र ने बताया कि समारोह के पहले दिन के कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के आधार पर मिथिला विभूति सम्मान के लिए चयनित मिथिलावासी एवं प्रवासी मैथिल को सम्मानित किया जाएगा। जबकि समारोह के दूसरे दिन ‘मिथिलाक गाम’ विषयक राष्ट्रीय सेमिनार एवं भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।

सेमिनार संयोजक मणिकांत झा ने बताया कि सेमिनार के लिए प्रस्तावित विषय पर तीन दर्जन से अधिक आलेख प्राप्त हुए हैं, जिन्हें पुस्तक आकार में प्रकाशित किए जाने का कार्य अंतिम चरण में है और समारोह के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में इस पुस्तक का लोकार्पण किया जाएगा। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने बताया कि समारोह के दूसरे दिन संध्या बेला में आयोजित कवि गोष्ठी में विद्यापति सेवा संस्थान की मुख पत्रिका ‘अर्पण’ के विशेषांक का लोकार्पण किया जाएगा। जबकि लेखक रमेश के संयोजन में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से मैथिली के स्वनामधन्य कवि एवं कवियित्री शिरकत करेंगे।

उन्होंने बताया कि कवि सम्मेलन के दौरान वर्ष 1990 में संस्थान द्वारा प्रकाशित गजल संग्रह ‘लोकवेद आ लालकिला’ के परिवर्धित अंक एवं मैथिली पुत्र प्रदीप के रचना समग्र के प्रथम खंड सहित डाॅ महेंद्र नारायण राम एवं प्रवीण कुमार झा द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘ मिथिलाक संघर्ष दूत डाॅ बैद्यनाथ चौधरी बैजू’ का लोकार्पण किया जाएगा।

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