Breaking News

बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 68वें परिनिर्वाण दिवस पर “संविधान बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम आयोजित। 

बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 68वें परिनिर्वाण दिवस पर “संविधान बचाओ देश बचाओ कार्यक्रम आयोजित।

दरभंगा  बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 68वें परिनिर्वाण दिवस पर “संविधान बचाओ देश बचाओ ” संकल्प के साथ भाकपा माले ने अपने जिला कार्यालय के प्रांगण में पूरी शिद्दत से बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को याद किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी जिला सचिव कॉ बैधनाथ यादव ने की और संचालन एक्टू के जिला सचिव कॉ उमेश प्रसाद साह ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि से हुई। तत्पश्चात भारत का संविधान की उद्देश्यिका का सामूहिक पाठ किया गया।

मौके पर भाकपा माले के वरिष्ठ नेता कॉ आर के सहनी ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर ने हमें जो संविधान दिया है, उसकी हिफाज़त से ही हम देश की हिफाज़त के साथ ही सत्ता पर काबिज फासिस्टों को परास्त कर सकते हैं। पूरा विश्व आज साम्राज्यवादी साजिश के कारण तीसरे आण्विक युद्ध के मुहाने पर खड़ा है।इसलिए साम्राज्यवादी साजिश के साथ ही देश की सत्ता पर काबिज फासिस्टों को परास्त करने के लिए भी संविधान को बचाना आवश्यक है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पार्टी जिला सचिव कॉ बैधनाथ यादव ने कहा कि आज पूरे देश में फासिस्ट ताकतें नफ़रत और साम्प्रदायिक उन्माद फैलाकर मनुवादी संविधान लागू करने पर आमादा है। इसलिए बारंबार वह अम्बेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान पर हमला करती है।यह खुशी की बात है कि संविधान दिवस से महज एक दिन पहले 25नवंबर को ही सर्वोच्च न्यायालय ने संविधान से समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्दों को हटानेवाली संघियों द्वारा दायर याचिका को खारिज कर उनके मंसूबे पर तमाचा जड़ दिया।

भाकपा माले के राज्य कमिटी समिति सदस्य कॉ अभिषेक कुमार ने कहा कि संविधान और मुल्क को बचाने के लिए भी बाबा साहेब अम्बेडकर की स्मृति को बारंबार याद करने की जरूरत है।भाकपा माले नेता कॉ कल्याण भारती ने कहा कि अम्बेडकर द्वारा रचित हमारा भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक संविधान है।इसलिए भाजपाई इस संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है,ताकि उसे मनुवादी संविधान और मनुवादी राज बनाने का सुनहला अवसर प्राप्त हो सके।

जसम के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ सुरेंद्र सुमन ने कहा कि यह दौर फासीवादी बर्बरता का दौर है, जिसमें सत्ता पर काबिज फासिस्ट ताकतें हमारे संविधान को समाप्तकर हमारी साझी शहादत और साझी विरासत के मूल्यों को नेस्तनाबूद करना चाह रही है। इसीलिए सभी सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण करने के साथ ही उसका ब्राह्मणीकरण और फासिस्टीकरण किया जा रहा है।ऐसे में संविधान को और मुल्क को बचाने के लिए व्यापक एकता के बल पर जनान्दोलन खड़ा करना आज के वक्त का तकाजा है।

इस कार्यक्रम में कॉ योगेन्द्र राम,कॉ नंदन सिंह, कॉ अवधेश सिंह, कॉ गंगा मंडल,कॉ रानी शर्मा, डॉ संतोष कुमार यादव, कॉ प्रिंस कर्ण,कॉ चंदन सहनी और कॉ रिजवान आजाद सहित उपस्थित सभी लोगों ने अम्बेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर अपने-अपने विचार रखे।

 

Check Also

सड़क दुर्घटना रोकने के लिए जागरूकता रथ को सांसद ने झंडा दिखाकर किया रवाना। 

🔊 Listen to this   • सड़क सुरक्षा हेतु बैठक   • अपनी सुरक्षा हेतु …