एक दिवसीय जागरूकता शिविर श्रम कल्याण दिवस का हुआ आयोजन।
दरभंगा श्रम कल्याण दिवस के अवसर पर उप श्रमायुक्त कार्यालय सभागार,दरभंगा में एक दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन संयुक्त रूप से सुश्री कोमल मीना,सहायक पुलिस अधीक्षक दरभंगा, राकेश रंजन उप श्रमायुक्त दरभंगा, किशोर कुमार झा श्रम अधीक्षक अधिनियम दरभंगा, सुनील कुमार, पुलिस निरीक्षक बहादुरपुर, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी,दरभंगा सदर, हायाघाट, बहेड़ी, बेनीपुर, सिंहवाड़ा,जाले,कुशेश्वरस्थान, घनश्यामपुर,केवटी,तारडीह एवं कार्यालय कर्मी तथा कामगार यूनियन प्रतिनिधि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया किया गया।
शिविर में उपस्थित अतिथियों का स्वागत राकेश रंजन उप श्रमायुक्त, दरभंगा के द्वारा किया गया तथा अपने स्वागत भाषण में दरभंगा जिले के सभी प्रखंडों के विभिन्न पंचायतों से आए हुए महिला एवं पुरुष श्रमिकों का स्वागत करते हुए यह अनुरोध किया गया कि आप लोगों को इस एक दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में जो विभिन्न श्रम अधिनियम तथा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा उस जानकारी का अपने पंचायत क्षेत्र में प्रचार प्रसार करें तथा अपने पंचायत से कम से कम एक सौ लोगों को अपने स्तर से योजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान करें ताकि इस एक दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य पूरा हो सके।
• उप श्रमायुक्त, दरभंगा ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं का दरभंगा जिले के सभी पंचायतों तक पहुंच सके। साथ ही यह भी बताया गया कि 14 वर्ष की उम्र के बच्चे बाहर नहीं जाए तथा इनका नामांकन शतप्रतिशत विद्यालय में होना चाहिए, क्योंकि बच्चे का उम्र खेलने कूदने एवं स्कूल जाने के लिए होता है न की किसी ढाबा दुकान प्रतिष्ठान में कार्य करने के लिए।
उप श्रमायुक्त, दरभंगा के द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी की दर जो 69 अनुसूचित नियोजन तथा अन्य नियोजनो में निर्धारित न्यूनतम मजदूरी के संबंध में जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि सामान्य अनुसूचित नियोजन में अकुशल कामगार के लिए 412 रूपये प्रतिदिन प्रति 08 घंटे के लिए निर्धारित की गई है, जबकि अर्द्धकुशल कामगार के लिए यह दर 428 रूपये है तथा कुशल कामगार के लिए 521 रूपये है,अतिकुशल कामगार के लिए 636 रूपये प्रतिदिन है जबकि पर्यावेक्षकीय और लिपिकिय कार्य के लिए यह दर 11780 रुपया प्रतिमाह है।
यदि इससे कम दर से किसी नियोजक के द्वारा कामगार को भुगतान किया जाता है तो इसकी लिखित शिकायत जिला में श्रम अधीक्षक के पास तथा प्रखंड में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के पास कर सकते हैं।
सहायक पुलिस अधीक्षक, दरभंगा द्वारा कामगारों को संबोधित करते हुए कहा कि श्रमिकों को अपने मानवाधिकार के विषय मे जानना बहुत जरूरी है।
बिहार बदल रहा है, यहां के श्रमिकों के हित हेतु कई योजनाए श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलायी जा रही है। महिला कर्मियों के लिये उनके द्वारा कहा गया कि वे किसी भी क्षेत्र मे पुरूषो से कम नहीं है और अधिकारो का प्रयोग करते हुए आगे बढ़े।क्योंकि
महिलाओ को आगे बढ़ने हेतु कई मौके प्रदान किये जा रहे है। महिलाओं का प्रोत्साहन बढ़ाते हुए कार्यालय के कुछ कर्मठ महिला पदाधिकारी एवं कर्मियो को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मान पत्र देेते हुए सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल श्रीमती विजेेता भारती श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी,बहेड़ी,सुश्री साधना भारती श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी हायाघाट,श्रीमती रूपम कुमारी महिला समाज आयोजिका,श्रीमती आभा वर्मा निम्नवर्गीय लिपिक एवं श्रीमती लीला देवी कार्यालय परिचारी है।
तत्पश्चात सहायक पुलिस अधीक्षक, दरभंगा के द्वारा योजनाओं के अंतर्गत लाभुकों के बीच सांकेतिक चेक का वितरण किया गया जो इस प्रकार है।
बिहार भवन एवं अन्य सा निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत कैलाश दास को मृत्यु हित अनुदान लाभ का सांकेतिक चेक, कुशेश्वर सहनी, सैनिक सहनी, मिथिलेश सहनी, रूणा देवी, प्रमीला देवी, सुनीता देवी, आशा देवी, विमला देवी, रामपरी देवी, अंधीरा देवी, धु्रव दास को विवाह सहायता, नारायण दास एवं श्याम दास को पेंशन योजना, अजीत मंडल को भवन मरम्मति, विजय कुमार, विनोद सहनी एवं राकेश कुमार को साईकिल क्रय अनुदान के तहत सांकेतिक चेक का वितरण किया गया।
शिविर में पंचायत से आए हुए श्रमिकों को श्रम प्रवर्तन पदाधिकारियों के द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई ।
पदाधिकारियों के द्वारा सर्वप्रथम निबंधन किया गया तथा उन्हें श्रम संसाधन विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के पम्पलेट,फोल्डर के साथ दिया गया ।
कार्यक्रम के समापन के पश्चात आगंतुक श्रमिक बंधुओं में एक विशेष तरह का उत्साह देखा गया। वे लोग श्रम संसाधन विभाग की विभिन्न योजनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर काफी खुश थे।
उपस्थित श्रमिकों ने बताया कि यहां आकर हमें अपने श्रमिक अधिकारों की जानकारी प्राप्त हुई।