दरभंगा मिथिला विश्वविद्यालय छात्र संघ द्वारा कुलपति को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (artificial intelligence) की पढ़ाई प्रारंभ करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा
। छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि जब से कंप्यूटर का आविष्कार हुआ है तब से लोगों की कार्य क्षमता में भी वृद्धि हुई है साथ ही भारी से भारी काम कम से कम समय में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इन विषयों के ज्ञान की छात्रों को काफी ज़्यादा जरूरत पड़ेगी। इसकी पढ़ाई से छात्रों का व्यक्तित्व विकास होगा और जो छात्र इस विषय में रुचि रखते हैं परंतु उन्हें इसकी पढ़ाई करने का अवसर नहीं मिल पाता उन्हें भी अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि बिहार का गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय
ही मात्र एक ऐसा विश्वविद्यालय है जहाँ इस विषय की पढ़ाई कराई जाती है कारणवश जो भी छात्र इस विषय में रुचि रखते हैं, उन्हें पलायन करना पड़ता है। अगर मिथिला विश्वविद्यालय में इसकी पढ़ाई कराई जाएगी, तो छात्रों को पलायन नहीं करना पड़ेगा और उच्च कोटि की शिक्षा वह घर बैठकर प्राप्त कर पाएंगे।
छात्र संघ महासचिव ने कहा कि विश्वविद्यालय इस ज्ञापन को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द इस दिशा में कार्य करें इन सारे कार्यों से छात्रों के विकास के साथ विश्वविद्यालय का भी विकास होगा।
छात्रसंघ कोषाध्यक्ष नीतीश कुमार ने बताया की अगर मिथिला विश्वविद्यालय इस विषय की पढ़ाई प्रारंभ करवाता है तो वह बिहार का दूसरा ऐसा विश्वविद्यालय बन जाएगा जहां इस विषय की पढ़ाई संभव होगी। इसके पूर्व गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में (ELSA CORP) के द्वारा इस विषय की पढ़ाई कराई जाती है।