सी एम कॉलेज के प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में हुई विभागाध्यक्षों, पदाधिकारियों एवं विभागीय समन्यकों की बैठक
नैक
मूल्यांकन से संबंधित बैठक में आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ जिया हैदर ने किया पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन
महाविद्यालय में चार कैरियर ओरिएंटेड सर्टिफिकेट कोर्सों में इसी सत्र में होगा नामांकन
सी एम कॉलेज,दरभंगा में इसी वर्ष होने वाले नैक मूल्यांकन के उद्देश्य से आज प्रधानाचार्य डा मुश्ताक अहमद की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों,पदाधिकारियों एवं विभागीय समन्वयकों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई,जिसमें तैयारी के उद्देश्य से महाविद्यालय के आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ जिया हैदर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से तैयारी की विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने मदवार विभागों, शिक्षकों,पदाधिकारियों एवं समन्वयकों को विभिन्न तैयारी तथा उसकी बेहतर प्रस्तुतीकरण की जानकारी देते हुए लेशन प्लान एवं व्यक्तिगत शिक्षण शेड्यूल की तैयारी की जानकारी दी।डॉ हैदर ने कहा कि शिक्षकों के शोध प्रकाशन, शोध कार्य तथा शैक्षणिक व प्रशासनिक सहभागिता प्रमाण पत्रों का संधारण,नैक टीम के समक्ष प्रदर्शन हेतु आवश्यक है। शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं का फीडबैक लिया जाना अति महत्वपूर्ण है।
बैठक में तय हुआ कि शिक्षकों के अध्यापन उन्नयन कार्यक्रमों में सहभागिता संबंधी सभी प्रकार की जानकारियां विभाग द्वारा 15 मार्च तक आइक्यूएसी कार्यालय को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
बैठक में प्रो विश्वनाथ झा,प्रो इंदिरा झा,डा अवनि रंजन सिंह,डा रीना कुमारी,डा आर एन चौरसिया,डा संजीत कुमार झा,प्रो गिरीश कुमार, प्रो राजानंद झा,डा दिव्या झा,डा अखिलेश कुमार विभु, डा तनिमा कुमारी,प्रो रागिनी रंजन,डा सुरेश पासवान,डा मयंक श्रीवास्तव,डा अब्दुल हई,प्रो एहतेशामुद्दीन,डा रुद्रकांत अमर,डा शशांक शुक्ला,प्रो अमृत कुमार झा, डा वीरेंद्र कुमार झा, विपिन कुमार सिंह,बिंदेश्वर यादव, रवि कुमार तथा ई प्रेरणा कुमारी आदि उपस्थित थे।
शिक्षकों का स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य डा मुश्ताक अहमद ने कहा कि नैक का ग्रेड सामूहिक प्रदर्शन पर निर्भर करता है।सभी विभागों के 5 वर्षीय उपलब्धियों के लेखा-जोखा का संधारण एवं उसकी प्रामाणिकता दोनों आवश्यक है।डॉ अहमद ने कहा कि नैक का मापदंड और मूल्यांकन पद्धति बदली है।अब 70% अंक डॉक्यूमेंटेशन पर है तथा मात्र 30% भौतिक सत्यापन पर है।ऐसी स्थिति में डॉक्यूमेंटेशन अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।