कोरोना के खिलाफ़ जंग में सेना के रिटायर्ड चिकित्सा कर्मी भी करेंगे सहयोग
• भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया था अनुरोध
• बिहार सरकार के संयुक्त सचिव ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
• स्वैच्छिक सेवा देने वाले चिकित्सा कर्मियों की सूची भेजने के निर्देश
(संवाददाता अजित कुमार सिंह)
दरभंगा कोरोना के खिलाफ़ पूरा देश एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है. केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार इस संक्रमण के खिलाफ़ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए उपायों पर कार्य कर रही है. स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन भी संक्रमण की रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए मुस्तैदी से कार्य कर रहे हैं. लेकिन धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है, जो चिंताजनक स्थिति भी पैदा कर रही है. देश के साथ राज्य में बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए अब राज्य में सेना के रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की सहायता ली जाएगी. इसको लेकर बिहार सरकार के सरकार के संयुक्त सचिव अनिल कुमार ने सभी जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देशित किया है.
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिए थे निर्देश:
पत्र के माध्यम से बताया गया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा चिकित्सा कर्मियों की कमी दूर करने के लिए सेना के रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की सेवा लेने का अनुरोध किया गया है. इससे कोरोना के खिलाफ़ जंग में सहूलियत होगी एवं आपातकाल स्थिति में चिकित्सा कर्मियों की कमी भी दूर हो पाएगी.
स्वैच्छिक सेवा देने वाले रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की होगी पहचान:
पत्र के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में स्वैच्छिक सहयोग प्रदान करने के लिए रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की पहचान किये जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से सेवानिवृत्त चिकित्सकों, एएनएम, जीएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ से कोरोना के खिलाफ़ जंग में स्वैच्छिक सेवा प्रदान करने का अनुरोध करने को कहा गया है. साथ ही स्वैच्छिक सेवा के लिए तैयार हुए चिकित्सा कर्मियों की सूची राज्य मुख्यालय को भेजने के निर्देश भी दिए गए हैं.
आपकी सतर्कता से ही कोरोना की होगी हार:
• लॉकडाउन का पूर्णता अनुपालन करें. बिना जरुरी कारण घर से बाहर नहीं निकलें
• घर वापस आते ही 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से हाथ अच्छी तरह साफ़ करें या अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें
• सामाजिक दूरियाँ बनायें. किसी के नजदीकी संपर्क में न जाएँ. कम से कम 1 मीटर की दूरी बनायें
• सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे अफवाहों से बचें. अधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी मिलने पर यकीन करें
• सकारात्मक सोचें, घर पर व्यायाम करें एवं बच्चों को समय दें