आदर्श आचार एवं विचार से ही व्यक्ति समाज में प्रतिष्ठा का पात्र कहलाता है। माननीय पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी जी आप अपनी सम्मान को कहां रख छोड़े है! जिस व्यक्ति ने (माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार) आपको ऊचाइयों की उस बुलन्दी तक पहुँचाया उसका आप ख्वाब में भी परिकल्पना नही करते होंगे।
आज आप मार्ग दर्शक बन बैठे है। आज आपकी जाति अपने आप मे दिख गई। आप कब कमजोर थे, सत्ता की बागडोर आते ही आप भस्मासुर बन गए। जब आपको मुख्यमंत्री (माननीय श्री नीतीश कुमार के द्वारा ) के पद से सुशोभित किया गया, तो क्या उस समय माननीय को आपकी जाति की जानकारी नहीं थी। जिस दल के साथ आपकी पार्टी का गठबंधन है उससे नजदीकियां बढ़ा कर देख लें। आपको माननीय नीतीश कुमार में और उन दल के आकाओं में कितना फर्क है पता चल जाएगा। आप जद(यू०) महागठबंधन को बेमेल कहते है, शायद आपको पता नहीं कि , माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ही ऐसे शख़्स है जो अपने हित की चिंता न कर समाज हित और देश हित को ऊपर रखते है।
नैतिकता की भाषा खासकर आप न बोले तो जगहँसाई से बचेंगे, ऐसा मेरा मानना है। पद की लालसा आपको होगी ?तभी तो आप अपने ऊपर माननीय द्वारा किये गए उस उपकार को भी भूल गये। मैं आपको याद दिलाना चाहता हूँ कि , माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने ही आपको बिहार का मुख्यमंत्री बनाया।
स्थिति परिस्थिति के गुलाम हम सभी है, क्या माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार हम सब से अलग है ? सभ्य व्यक्ति अपनी विचारो के विचारो से संघर्ष करता है। जो उससे छन कर आती है, फिर अपनी विचारों को प्रकट करता है।
आप ने जितनी आसानी से अपने ऊपर कि गई कारवाई का विवरण कर दिया, काश आप अपने गठबन्धन की ओर एक नजर देख लेते। उमा भारती एवं लालकृष्ण आडवाणी पर चार्जसीट है वहाँ पर नैतिकता कहां गई ????