मुख्यमंत्री से पीएचडी शोधार्थियों हेतु फेलोशिप की मांग
लनामिवि दरभंगा:- बिहार राज्य के विश्वविद्यालयों में पीएचडी प्रवेश परीक्षा (पीएटी) से पीएचडी में नामांकित, बिना जेआरएफ वाले शोधार्थियों को शोधकार्य में आर्थिक सहयोग हेतु मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के शोधार्थियों ने रघुबर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फेलोशिप की मांग की। इस पत्र की प्रतिलिपि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा के निदेशक व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण के निदेशक को भी भेजा गया है। उक्त मांगपत्र में शोधकार्य को गुणवत्तापूर्ण एवं सामाजोपयोगी बनाने में आ रहे वित्तीय परेशानियों का जिक्र किया गया है। यूजीसी रेगुलेशन-2016 लागू होने से अब पीएचडी नियमित कोर्स है, इस अवधि में शोधार्थी किसी अन्य गतिविधि में शामिल नहीं हो सकते है। बिहार राज्य विश्वविद्यालय में नामांकित अधिकांश शोधार्थी निम्न एवं मध्यम वर्ग के है। ऐसे में यूजीसी के सभी नियमों का पालन करते हुए शोध क्षेत्र में नियमित रूप से कार्य करने में वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। राज्य के एससी, एसटी, बीसी एवं ईबीसी वर्ग के छात्रों को पीजी तक विभिन्न छात्रवृति का लाभ मिलता है, परंतु पीएचडी में किसी भी वर्ग को छात्रवृति नहीं मिल रही है। ऐसे में फेलोशिप दियें जाने से शोधकार्य गुणवत्तापूर्ण होगा ही साथ ही शोधार्थियों पर भी इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिल सकता हैं।
साथ ही पत्र में शोधार्थियों को विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के शिक्षण कार्य में शामिल करने का भी निवेदन किया गया है, जिससे पीएचडी अवधि में शोधार्थियों को शिक्षण कार्य का अनुभव भी होगा एवं अपनी कमियों को दूर करने का भी अवसर मिल सकेगा।