माले MLC शशि यादव के हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ कुलपति और मुख्यमंत्री का पुतला दहन
संस्कृत वि वि को बचाने के लिए सभी सामाजिक लोगों को एकजुट होना होगा : RYA
संस्कृत शिक्षा उच्च स्तर पर विकसित करने के लिए एक विशेष फंड की जरूरत : आइसा
संस्कृत वि वि मे महिला MLC के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पर करवाई करे : AIPWA
कामेश्वर सिंह संस्कृत वि वि मे सीनेट की बैठक के दौरान भाकपा(माले) MLC सह सीनेट सदस्य शशि यादव के साथ सत्ता संरक्षित सीनेट सदस्य द्वारा दुर्व्यवहार करने के खिलाफ आज आइसा – आर वाई ए – ऐपवा के संयुक्त बैनर तले संस्कृत वि वि के कुलपति और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।
पुतला दहन की अध्यक्षता आइसा नेत्री सबा रौशनी, आर वाई ए नेत्री ओणम कुमारी, ऐपवा नेत्री रानी सिंह ने किया।
इस अवसर पर आरवाईए राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि आज आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और संस्कृत वि वि के कुलपति लक्ष्मी निवास पांडे का पुतला दहन किया गया।
उन्होंने कहा कि संस्कृत वि वि मे अराजकता का माहौल बना हुआ सीनेट की बैठक की सूचना सीनेट सदस्य को समय से नहीं दी जाती है बावजूद बैठक की लेट सूचना मिलने पर भी माले विधान परिषद माननीय शशि यादव बैठक में भाग लेती है और छात्र छात्राओं के अध्ययन अध्यापन शोध से जुड़े प्रश्नों को सदन के पटल पर रखती है साथ ही शिक्षक कर्मचारियों के वेतन,पेंशन से जुड़े सवाल भी मजबूती से रखती है और कहती है कि जब 20 वर्षों से भाजपा जदयू की सरकार है तो फिर संस्कृत विश्वविद्यालय को बजट के अनुसार वित्तीय सहायता क्यों नहीं मिल रहा है इस पर सत्ताधारी सीनेटर मिथिला के मर्यादा को तार तार करते हुए माननीय सदस्या के सामने हंगामा करने लगे और नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगाने लगे जो कि शर्मनाक है विश्वविद्यालय सीनेट बैठक के लिए काला अध्याय के रूप में दर्ज हुआ।
उन्होंने कहा कि सीनेट के अंदर विश्वविद्यालय के विकास संबंधित बात रखने का अधिकार सबको है और अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए शशि यादव जी ने समग्र विकास के लिए बात रखी लेकिन वर्षों वर्ष से सीनेट में बैठे भाजपा जदयू के नेता सिर्फ TA DA गिफ्ट और भोजन के लिए सीनेट में जाते है और ताली बजाकर निकल जाते है।अब बिहार के विश्वविद्यालयों में भाकपा(माले) की उपस्थिति हो गई है अब सीनेट विश्वविद्यालय के विकास के लिए चलेगा और उसमें जो भी बाधा बनने की कोशिश करेगा उसका मुखालपत हमारे नेता सदन में और जनता सड़क पर करेगी।उन्होंने ने कुलपति से मांग की महिला सीनेटर से दुर्व्यवहार करने वाले सीनेटर को बर्खास्त करने की अनुशंसा महामहिम से करे अन्यथा आंदोलन उग्र होगा और कुलपति को कार्यालय में घुसने नहीं दिया जाएगा।
वही आइसा राज्य कार्यकारणी सदस्य प्रिंस राज ने कहा कि भाजपा – जदयू के शासनकाल में उच्च शिक्षा का ह्रास हुआ है। सभी वि वि लूट के हवाले हो गया है। पूरे बिहार में एक मात्र संस्कृत विश्वविद्यालय है। लेकिन आज उसका नाम भी खत्म हो रहा है। संस्कृत भाषा में शोध कार्य को उन्नत बनाने की जरूरत है। लेकिन आज संस्कृत की धर्म के आधार पर बनाने की कोशिश चल रही है। शोध कार्य को उन्नत बनाने को लेकर सीनेट के अंदर इस बात पर बहस नहीं हो रही है।श्री राज ने कहा कि सीनेट बैठक के नाम पर संस्कृत वि वि मे लूट मची हुई है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। श्री राज ने कहा कि जो सीनेट सदस्य विरोध कर रहे थे उनके नेतृत्व में ही वि वि के अंदर एक लूट गिरोह बना हुआ है जिसके चंगुल में कुलपति फंसे हुए है। श्री राज ने कहा कि ऐसे सीनेट सदस्य के खिलाफ कुलपति अगर राज भवन को नहीं लिखते है तो आंदोलन को और धारावाहिक रूप से तेज किया जाएगा।
वही उन्होंने कहा बिहार सरकार से मांग किया कि संस्कृत शिक्षा में शोध को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष फंड देने की मांग की है। साथ ही साथ शिक्षक कर्मचारियों को समय पर वेतन व पेंशन की गारंटी और अनुकम्पा पाल्यों की नियुक्ति की मांग की है।
वही ऐपवा जिला सचिव शनिचरी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार जिस तरह से अनर्गल बयान देते आ रहे है उसी तर्ज पर संस्कृत वि वि मे भाजपा – जदयू समर्थक द्वारा सीनेट बैठक में महिला सीनेटर का अपमान किया है। जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर महिला सदस्य के साथ दुव्यवहार करने वाले सदस्यों पर करवाई नहीं होता है तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
वही ऐपवा नेत्री रानी सिंह ने कहा कि संस्कृत वि वि ने लूट के खिलाफ अब लगातार लड़ाई को तेज किया जाएगा और इस भ्रष्ट सीनेट सदस्य व कुलपति पर कारवाई के बाद ही आंदोलन को खत्म किया जाएगा।
कार्यक्रम में अशोक पासवान,अमित पासवान,इंद्रजीत कुमार विक्की,सिद्धार्थ राज,केशव चौधरी,रंजीत यादव, करण कुमार,विशाल यादव,रसीदा खातून,धनराज साह,मानी कुमार,शकीला खातून सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।